1- कई लाशों वाली इटली शहर की तस्वीर।
सच्चाई – एक फिल्म कांटेजिअन का सीन है।
2- 498/- का जिओ का फ्री रीचार्ज।
सच्चाई – कंपनी ने ऐसा कोई दावा नहीं किया है।
3- कई लोग जमीन पर पडे सहायता के लिए चिल्ला रहे हैं।
सच्चाई – वर्ष 2014 के एक आर्ट प्रोजेक्ट की तस्वीर है।
4- डॉ रमेश गुप्ता की किताब जंतु विज्ञान में कोरोना का इलाज है।
सच्चाई – नहीं है।
5- मेदांता हास्पिटल के डाॅ नरेश त्रेहान की नेशनल इमर्जेंसी की अपील।
सच्चाई – डॉ त्रेहान ने कोई अपील नहीं की।
6- एक कपल की तस्वीर जो 134 पीड़ितों का इलाज करने के बाद संक्रमण का शिकार हो गए।
सच्चाई – तस्वीर किसी डॉक्टर कपल की नहीं है। एयरपोर्ट पर एक जोड़े की है।
7- कोविड 19 कोरोना की दवा।
सच्चाई – यह दवा नहीं, जांँच किट है।
8- कोरोना वायरस का जीवन 12 घंटे तक।
सच्चाई – 3 घंटे से 9 दिन तक।
9- रूस में 500 शेर सड़कों पर।
सच्चाई – एक फिल्म का सीन है।
10- इटली की ताबूत वाली तस्वीर।
सच्चाई – यह 7 वर्ष पुराने एक हादसे की तस्वीर है, कोरोना से इसका कोई संबंध नहीं है।
झूठी अफवाहों के बहकावे में आकर अपना धैर्य न खोएं। इस संवेदनशील समय मे सही जानकारी ही प्रेषित करैं। आपका विवेक और धैर्य ही आपका साथी है।
ईश्वर और सरकार पर भरोसा रखें।
घर में रहें और सुरक्षित रहें…..
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