• About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact
GUJARAT PATRIKA
  • राष्ट्रीय
  • आंतरराष्ट्रीय
  • राजनीती
  • टेक्नोलॉजी
  • बिज़नेस
  • खेल जगत
  • मनोरंजन
  • कला साहित्य
  • स्वास्थ्य एवं फिटनेस
  • विशेष
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • आंतरराष्ट्रीय
  • राजनीती
  • टेक्नोलॉजी
  • बिज़नेस
  • खेल जगत
  • मनोरंजन
  • कला साहित्य
  • स्वास्थ्य एवं फिटनेस
  • विशेष
No Result
View All Result
GUJARAT PATRIKA
No Result
View All Result

पहली बार, भारत के आठ सागर तटों को प्रतिष्ठित “ब्लू फ्लैग अंतरराष्ट्रीय ईको लेबल” दिए जाने की सिफारिश

Gujarat Patrika by Gujarat Patrika
September 19, 2020
in आंतरराष्ट्रीय, मनोरंजन, हिंदी समाचार
Reading Time: 1 min read
A A
0
पहली बार, भारत के आठ सागर तटों को प्रतिष्ठित “ब्लू फ्लैग अंतरराष्ट्रीय ईको लेबल” दिए जाने की सिफारिश
ADVERTISEMENT

अंतरराष्ट्रीय सागर तट स्वच्छता दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु मंत्री ने एक आभासी कार्यक्रम में घोषणा की कि पहली बार भारत के आठ सागर तटों की प्रतिष्ठित “अंतरराष्ट्रीय ईको लेबल ब्लू फ्लैग प्रमाणपत्र” के लिए सिफारिश की गई है ।

प्रमुख पर्यावरणविदों और वैज्ञानिकों की एक स्वतंत्र राष्ट्रीय ज्यूरी ने यह सिफारिश की है। “ब्लू फ्लैग सागर तट” विश्व के सबसे स्वच्छ सागर तट माने जाते हैं। ये आठ सागर तट हैं -गुजरात का शिवराजपुर तट, दमण एवं दीव का घोघला तट, कर्नाटक का कासरगोड बीच और पदुबिरदी बीच, केरल का कप्पड बीच, आंध्र प्रदेश का रुषिकोंडा बीच, ओडिशा का गोल्डन बीच और अंडमान निकोबार का राधानगर बीच।

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर, संसद के मौजूदा सत्र के जारी रहने के कारण इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके, लेकिन उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा कि सरकार देश भर के सागर तटों को स्वच्छ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि तटवर्ती इलाकों के स्वच्छ सागर तट स्वच्छ पर्यावरण के प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि समुद्री कचरा और तेल के बिखरने से समुद्री जीव जंतुओं का जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है और भारत सरकार सागर तटवर्ती इलाकों के सतत विकास के लिए महती प्रयास कर रही है।

IMG_4483.JPG

इस कार्यक्रम में भारत के अपने ईको लेबल “बीम्स” का भी शुभारंभ किया गया और इसके लिए इन आठों सागर तटों पर एक साथ -#IAMSAVINGMYBEACH नाम का ई ध्वज लहराया गया। सीकॉम और मंत्रालय ने तटवर्ती इलाकों के सतत विकास के उद्देश्य से तैयार अपनी नीतियों को आगे बढ़ने के लक्ष्य को तेकर अपने समन्वित तटीय प्रबंधन परियोजना (आईसीजेडएम) के अंतर्गत एक उच्च गुणवत्ता वाला कार्यक्रम “बीम्स” (तटीय पर्यावरण एवं सुरुचिपूर्ण प्रबंधन सेवा) शुरू किया है। यह परियोजना आईसीजेडएम की कई अन्य परियोजनाओं में से एक परियोजना है जिसे भारत सरकार तटवर्ती इलाकों के सतत विकास के लिए लागू कर रही है ताकि वैश्विक रूप से मान्य प्रतिष्ठित ईको लेबल ब्लू फ्लैग को हासिल किया जा सके।

यह ध्वज लहराने का कार्यक्रम मंत्रालय द्वारा आठ सागर तटों पर आभासी तरीके से तो संबद्ध राज्य सरकारों अथवा केंद्र शासित प्रदेशों के विधायकों अथवा बीच प्रबंधन समितियों के अध्यक्षों द्वारा स्वयं उपस्थित होकर किया गया।

 

इस अवसर पर केंद्रीय पर्यावरण सचिव श्री आर पी गुप्ता ने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सागर तटों को स्वच्छ रखने के उद्देश्य से ही उच्च मानक तय किए गए हैं और अगले चार से पांच वर्ष में 100 अन्य सागर तटों को पूरी तरह स्वच्छ बना दिया जाएगा।

एक वीडियो संदेश में विश्व बैंक के कंट्री निदेशक श्री जुनैद खान ने अपने सागर तटों को स्वच्छ बनाने के प्रयासों के लिए भारत की सराहना करते हुए कहा कि भारत की तटवर्ती इलाकों के प्रबंधन की सतत रणनीति क्षेत्र के अन्य देशों के लिए प्रकाशस्तंभ साबित होगी।

पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने समग्र तटवर्ती क्षेत्र प्रबंधन के माध्यम से तटवर्ती क्षेत्र और सागर की ईको व्यवस्था की सुरक्षा और संरक्षण के लिए एक समग्र तटीय प्रबंधन व्यवस्था शुरू की है जिसमें वह अपने सीकॉम विंग के माध्यम से एक परस्पर संपर्क, गतिशीलता, बहु अनुशासन और पुनरावृत्तिमूलक प्रक्रिया से तटीय इलाकों के सतत विकास और प्रबंधन को बढ़ावा देता है।

आईसीजेडएम की परिकल्पना 1992 में रियो दि जनेरियो में हुए पृथ्वी सम्मेलन के दौरान पेश की गई थी अब विश्व के लगभग सभी तटवर्ती देश अपने तटों के प्रबंधन का काम आईसीजेडएम के सिद्धांतों के अनुसार करते हैं। अतः अपने तटीय क्षेत्र के प्रबंधन और सतत विकास के लिए आईसीजेडएम के सिद्धांतों के पालन से भारत को इस अंतरराष्ट्रीय समझौते के प्रति व्यक्त प्रतिबद्धता को पूरा करने में मदद मिलती है।

बीम्स कार्यक्रम का उद्देश्य तटवर्ती क्षेत्र के जल को प्रदूषित होने से बचाना, तटों पर समस्त सुविधाओं का सतत विकास, तटीय ईको व्यवस्था और प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा और संरक्षण करने के साथ साथ स्थानीय प्रशासन और अन्य भागीदारों को बीच की स्वच्छता और वहां आने वालों के स्वास्थ्य और सुरक्षा का तटीय पर्यावरण और नियमों के अनुसार पालन सुनिश्चित करने को प्रेरित करना है। इस कार्यक्रम का लक्ष्य प्रकृति के साथ पूर्ण तादात्म्य बनाकर तटीय मनोरंजन का विकास करना है।

अंतरराष्ट्रीय तटीय स्वच्छता दिवस 1986 में शुरू हुआ था, जब लिंडा मरानिस की सागर संरक्षण के मामले को लेकर कैथी ओ हारा से मुलाकात हुई थी। ओ हारा ने तभी एक रिपोर्ट” प्लास्टिक इन दि ओशन: मोर दैन ए लिटिल प्राब्लम” पूरी की थी। ये दोनों इसके बाद अन्य सागर प्रेमियों के संपर्क में आईं और उन्होंने “क्लीन अप फार ओशन कंजर्वैंसी” का आयोजन किया। इस पहले क्लीन अप में 2,800 स्वयंसेवियों ने भाग लिया। उसी समय से ये क्लीन अप सौ से अधिक देशों में एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम बन गया।

Related

Tags: Eco LableIndian Coastal
ADVERTISEMENT
Previous Post

सीसीआई ने इंटरनेशनल फ्लेवर्स और फ्रैगनेनसिस आईएनसी. को न्यूट्रिशन एंड बायोसाइंसेस आईएनसी. के अधिग्रहण की मंजूरी दी

Next Post

उपराष्ट्रपति के हस्तक्षेप के बाद नेल्लोर जिले में धान खरीद का लक्ष्य बढ़ाने पर केंद्र सहमत

Gujarat Patrika

Gujarat Patrika

Related Posts

लाइफस्टाइल / बारिश में पिएं लहसुन की सब्जी का सूप, रखें अपने परिवार को फिट और फाइन
Food items

लाइफस्टाइल / बारिश में पिएं लहसुन की सब्जी का सूप, रखें अपने परिवार को फिट और फाइन

by Gujarat Patrika
July 5, 2022
राज्य मंत्री जीतूभाई चौधरी ने मंगरोली में “वंदे गुजरात विकास यात्रा” रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया
Gujarat Patrika

राज्य मंत्री जीतूभाई चौधरी ने मंगरोली में “वंदे गुजरात विकास यात्रा” रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया

by Gujarat Patrika
July 5, 2022
शब्द – होते है बहुत ही प्रभावशाली बतलाते है यह संस्कार।
Economy

शब्द – होते है बहुत ही प्रभावशाली बतलाते है यह संस्कार।

by Gujarat Patrika
July 5, 2022
खेड़ा-केवल तालुका के 38 गांवों में 10,324 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिलेगी
Gujarat Patrika

खेड़ा-केवल तालुका के 38 गांवों में 10,324 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिलेगी

by Gujarat Patrika
July 5, 2022
ठंडा और ताजा गन्ने का जूस नेचरल सुगर बहोत है गुणकारी
Gujarat Patrika

ठंडा और ताजा गन्ने का जूस नेचरल सुगर बहोत है गुणकारी

by Gujarat Patrika
July 4, 2022
सोशियल मीडिया पर साउथ के सुपरस्टार महेश बाबूने कमल हासन की फिल्म के बारे में यह बात कही
Gujarat Patrika

सोशियल मीडिया पर साउथ के सुपरस्टार महेश बाबूने कमल हासन की फिल्म के बारे में यह बात कही

by Gujarat Patrika
July 4, 2022
रेनो काइगर ने भारत में 50,000 वें वाहन के निर्माण की उपलब्धि हासिल की
Gujarat Patrika

रेनो काइगर ने भारत में 50,000 वें वाहन के निर्माण की उपलब्धि हासिल की

by Gujarat Patrika
July 4, 2022
IND Vs ENG: जसप्रीत बुमराह ने तोड़ा कपिल देव का 41 साल पुराना रिकॉर्ड
Gujarat Patrika

IND Vs ENG: जसप्रीत बुमराह ने तोड़ा कपिल देव का 41 साल पुराना रिकॉर्ड

by Gujarat Patrika
July 3, 2022
Next Post
उपराष्ट्रपति के हस्तक्षेप के बाद नेल्लोर जिले में धान खरीद का लक्ष्य बढ़ाने पर केंद्र सहमत

उपराष्ट्रपति के हस्तक्षेप के बाद नेल्लोर जिले में धान खरीद का लक्ष्य बढ़ाने पर केंद्र सहमत

  • Trending
  • Comments
  • Latest
थोल पक्षी अभयारण्य

थोल पक्षी अभयारण्य

November 5, 2020
कलर्स मोलक्की में तोरल रासगुप्ता साक्षी की भूमिका में नजर आएंगी

कलर्स मोलक्की में तोरल रासगुप्ता साक्षी की भूमिका में नजर आएंगी

March 21, 2021
इस राज्य में देश का पहला खिलौना क्लस्टर होगा, जिससे 1 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा

इस राज्य में देश का पहला खिलौना क्लस्टर होगा, जिससे 1 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा

February 28, 2021
कलर्स के ससुराल सिमर का सीज़न 2 में राधिका मुथुकुमार दूसरी पीढ़ी के सिमर की भूमिका निभाने वाली हैं

कलर्स के ससुराल सिमर का सीज़न 2 में राधिका मुथुकुमार दूसरी पीढ़ी के सिमर की भूमिका निभाने वाली हैं

April 6, 2021
वो ही शख़्स बनाना !!

वो ही शख़्स बनाना !!

1
पुराना गुलाब

पुराना गुलाब

1
सितम ढाते हुए सोचा करोगे

सितम ढाते हुए सोचा करोगे

0
बोल देना ….कोर्ट से बाबूजी आये थे

बोल देना ….कोर्ट से बाबूजी आये थे

0
शब्द – होते है बहुत ही प्रभावशाली बतलाते है यह संस्कार।

शब्द – होते है बहुत ही प्रभावशाली बतलाते है यह संस्कार।

July 5, 2022
खेड़ा-केवल तालुका के 38 गांवों में 10,324 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिलेगी

खेड़ा-केवल तालुका के 38 गांवों में 10,324 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिलेगी

July 5, 2022
ठंडा और ताजा गन्ने का जूस नेचरल सुगर बहोत है गुणकारी

ठंडा और ताजा गन्ने का जूस नेचरल सुगर बहोत है गुणकारी

July 4, 2022
सोशियल मीडिया पर साउथ के सुपरस्टार महेश बाबूने कमल हासन की फिल्म के बारे में यह बात कही

सोशियल मीडिया पर साउथ के सुपरस्टार महेश बाबूने कमल हासन की फिल्म के बारे में यह बात कही

July 4, 2022

Recent News

शब्द – होते है बहुत ही प्रभावशाली बतलाते है यह संस्कार।

शब्द – होते है बहुत ही प्रभावशाली बतलाते है यह संस्कार।

July 5, 2022
खेड़ा-केवल तालुका के 38 गांवों में 10,324 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिलेगी

खेड़ा-केवल तालुका के 38 गांवों में 10,324 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिलेगी

July 5, 2022
ठंडा और ताजा गन्ने का जूस नेचरल सुगर बहोत है गुणकारी

ठंडा और ताजा गन्ने का जूस नेचरल सुगर बहोत है गुणकारी

July 4, 2022
सोशियल मीडिया पर साउथ के सुपरस्टार महेश बाबूने कमल हासन की फिल्म के बारे में यह बात कही

सोशियल मीडिया पर साउथ के सुपरस्टार महेश बाबूने कमल हासन की फिल्म के बारे में यह बात कही

July 4, 2022
GUJARAT PATRIKA

Gujarat Patrika

Gujarat Patrika is a News Platform where all news will be in one place for Hindi and Gujarati Readers.

Follow Us

Browse by Category

  • Crime
  • Economy
  • Food items
  • Gujarat Patrika
  • Infrastructure
  • Law and justice
  • Lifestyle
  • Spiritual
  • Uncategorized
  • Wild life
  • आंतरराष्ट्रीय
  • कला साहित्य
  • कृषि समाचार
  • खेल जगत
  • जोक
  • टेक्नोलॉजी
  • त्यौहार विशेष
  • धर्म
  • फिल्म एवं टेलीविज़न
  • बिज़नेस
  • मनोरंजन
  • राजनीती
  • राष्ट्रीय
  • विशेष
  • शिक्षण
  • स्वास्थ्य एवं फिटनेस
  • हिंदी समाचार
  • મનોરંજન

Recent News

शब्द – होते है बहुत ही प्रभावशाली बतलाते है यह संस्कार।

शब्द – होते है बहुत ही प्रभावशाली बतलाते है यह संस्कार।

July 5, 2022
खेड़ा-केवल तालुका के 38 गांवों में 10,324 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिलेगी

खेड़ा-केवल तालुका के 38 गांवों में 10,324 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिलेगी

July 5, 2022
  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact

© 2020 Gujarat Patrika - Developement and Design Right reserved by Gujarat Patrika.

No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • आंतरराष्ट्रीय
  • राजनीती
  • टेक्नोलॉजी
  • बिज़नेस
  • खेल जगत
  • मनोरंजन
  • कला साहित्य
  • स्वास्थ्य एवं फिटनेस
  • विशेष

© 2020 Gujarat Patrika - Developement and Design Right reserved by Gujarat Patrika.