“चाहत की बातें”
चाहत रखी है ऐसी की
कोई बेवजह प्यार मुझसे करे,
डाँटे मुझे प्यार से और
प्यार भरे मेरे ताने सुने,
जो मन में चले अपने
मुझसे भी वोह बाँट दे,
मुझसे उसकी चाह है क्या
बिना हिचकीचाए मुझसे मांग ले,
अकेलापन यूँ मेरा दूर करे
ऐसा मेरा हंमेश साथ दे,
कहीं नींद मे भी न रहूँ अकेला
ऐसा हंमेश उसका साथ रहे,
लंबी है मेरी चाहत की बातें
कोई हो जो उनको जान ले/जाँच ले,
अकेलापन मेरा यूँ दूर करे
मुझसे ऐसा नाता बांध दे…
– संकेत व्यास (इशारा)