जल के सरंक्षण हेतु प्रतिबद्ध होगा हिंदुस्तान जिंक स्मेल्टर, दोसवाड़ा
हिन्दुस्तान जिंक का प्रस्तावित दोसवाडा जिं़क प्लांट के लिए 35 एमएलडी शुद्ध जल की आवश्यकता होगी, जिसे उकई बांध से पाइपलाइन के माध्यम से पूर्ति की जाएगी। जिसमें से 16 एमलडी जल को फिर से प्रोसेस के बाद शुद्ध कर पुनःउपयोग में लिया जाएगा। जल के पुर्नउपयोग हेतु शुद्धिकरण के लिये आरओ के साथ पर्याप्त ईटीपी स्थापित कर रिसाइकल किया जाएगा।
उकई डेम में 6729.9 एमसीएम पानी की वार्षिक उपलब्धता है। जिसमें से हिन्दुस्तान जिं़क को 12.775 एमसीएम वार्षिक पानी की आवश्यकता होगी। इस प्रकार उकई बांध की कुल क्षमता का मात्र 0.18 प्रतिशत वार्षिक जल ही संयंत्र में उपयोग होगा। इससे आस पास के गांवों में जल की आपूर्ति में किसी प्रकार की कमी नही आएगी।
कंपनी द्वारा भूजल या सतही जल की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए जीरो लिक्विड डिस्चार्ज (जेडएलडी) का पालन किया जाता है एवं प्लांट में भूजल की गुणवत्ता का परीक्षण समय समय पर करवाया जाता है। इन सर्वोत्तम वैश्विक प्रथाओं में से प्रत्येक के पीछे कंपनी का मुख्य उद्देश्य और प्रतिबद्धता जल संसाधन को किसी प्रकार की हानि से बचाव एवं उकई बांध की स्थानीय जरूरतों और ईको सिस्टम को बाधित किए बिना परियोजना के लिए जल की आवश्यकता को पूरा करना है। कंपनी संयंत्र परिसर में उपयुक्त ग्रीनबेल्ट का निर्माण करेगी।
कंपनी का मुख्य उद्देश्य राष्ट्र की सेवा करना और समाज एवं हितधारकों के कल्याण हेतु कार्य करना है, जिसे कंपनी देश में लागू स्थानीय, राज्य के और राष्ट्रीय कानूनों का पालन करते हुए पूरा करती है। कंपनी ने जल का उपयुक्त एवं विवेकपूर्ण इस्तेमाल सुनिश्चित किया है, जिससे स्थानीय जनता को पानी की समस्या नहीं होगी। अपने मौजूदा संचालित प्लांट में, कंपनी शहर के सीवेज का भी ट्रीटमेंट कर, उस पानी का इस्तेमाल प्लांट चलाने के लिए करती है जिससे शुद्ध जल खपत में कमी आती हिन्दुस्तान जिं़क उच्च अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन करते हुए, किसी भी प्रकार के अपशिष्ट के संयंत्र से बाहर नहीं जाने को सुनिश्चित करता है।
हिन्दुस्तान जिंक 2.41 गुना वाटर पाॅजिटिव कंपनी है, यानि कंपनी में जितना पानी उपयोग में लिया जाता है उससे अधिक रिसाइकल किया जाता है जो कि पुरी तरह तकनीक पर आधारित प्रक्रिया से किया जाता है। जिससे जल निकासी से कहीं अधिक कंपनी के पास जल उपलब्धता है।