अगर बोलीवुड की फिल्में “कोरोना” पे बनती तो कैसे डायलोग्स होते….एक कल्पना !!
शोले-
ये मास्क मुझे दे दे, ठाकुर !! ?
दीवार-
मेरे पास मास्क है,सेनिटाईजर है,ईन्श्योरन्स है,बेंक बेलेन्स है, क्या है तुम्हारे पास ?? – मेरे पास कोरोना वेक्सिन हैं …!!!
दीवार-
मैं आज भी लोगों से हाथ नहीं मिलाता !!
दबंग-
कोविड से डर नही लगता साहब, लोकडाउन से लगता है !!
कुछ कुछ होता है –
फेफड़ों में कुछ कुछ होता है अंजलि, तुम नही समझोगी !!
बाजीराव मस्तानी-
अगर आपने हमसे हमारा सेनिटाईजर मांगा होता तो हम खुशी खुशी दे देते,मगर आपने तो मास्क ना पहनकर हमारा गुरूर ही तोड़ दिया ।
डोन-
कोरोना की वेक्सिन तो ग्यारह मुल्कों की पुलिस ढूंढ रही है, पर वेक्सिन को ढूँढना मुश्किल ही नही, नामुमकिन है !! (भगवान ना करे
देवदास
कौन कमबख्त है जो बर्दाश्त करने के लिये पीता है ?हम तो इसलिए पीते हैं कि देशकी ईकोनोमी ऊपर उठा सके,लोकडाउन को बर्दाश्त कर सके! !
जिंदगी ना मिलेगी दोबारा –
अगर साबुन से हाथ धो रहे हो ,तो जिंदा हो तुम । अगर चेहरे पे मास्क लगाकर घूम रहे हो तो जिंदा हो तुम । अगर सोश्यल डिस्टन्सिंग फोलो कर रहे हो तो जिंदा हो तुम । अगर बारबार चेहरे पे हाथ नही लगा रहे तो जिंदा हो तुम । अगर घरमें झाडू,पोछा,बरतन कर रहे हो तो जिंदा हो तुम ।!!!!
दामिनी-
तारीख पे तारीख, तारीख पे तारीख ! ! हमेशा अगले लोकडाउन की तारीख ही मिलती रही है मिलोर्ड, पर लोकडाउन की आखिरी तारीख नही मिली !!!
मैंने प्यार किया –
क्वोरन्टाईन का एक उसूल है मैडम – नो मिटींग, नो गोईंग आऊट ।
ओम शांति ओम –
अगर कोरोना के नए केस आने बंद नही हुए तो समझ लो कि लोकडाउन अभी बाकी है मेरे दोस्त !!
मुगल-ए-आजम –
सोश्यल डिस्टन्सिंग तुम्हें मरने नहीं देगा और लोकडाउन तुम्हें जीने नही देगा ।
पाकीजा –
आपके पाँव देखे , बहोत हसीन हैं । इन्हें घर पर ही रखिएगा वरना कोरोना हो जाएगा !!
दीवार –
जाओ,पहले उस आदमी का साईन लेकर आओ जिसने बिना मास्क के पब्लिक में छींक दिया था !!
शहेनशाह-
रिश्ते में तो हम सारे वाईरस के बाप लगते हैं, नाम है “कोरोना “!!